Dear Yogesh,
This poem is dedicated to all those wonderful time and trips, we have spent together. It's needless to say that you'll always be missed between us.
तू फिर मिलने आएगा..
आज मेरे रस्ते अलग हुए हैं तुझसे,
पर यकीन है कल तू फिर मिलने आएगा
इन बड़े शहरों के शोरों से दूर , ए दोस्त
दूर उस पहाड़ी के पीछे ।
मुझको पता है तू फिर वही मिलेगा,
उसी झील के पास टहलता हुआ।
भीड़ से कहीं दूर अकेले में
सुकून ढूंढता हुआ।
बातें करेगा तू आती जाती लहरों से,
हवाओं से चुटकी लेगा।
रेत पर छोड़ अपने पैरों के निशान,
छोटे पत्थरों के थायौर(stone hedge) बनाएगा।
धूप से बोलेगा तू जा अब, आने दे मेरी शाम को।
इंतजार में मैं हूं उसके,रंगों में खो जाने को।
तेरे शाम से इस प्यार को देख, सूरज जलता हुआ ढल जाएगा।
जानता है तू, नाराज है वह तुझसे,
पर तेरे खुमार को देख ,कल फिर लौट आएगा।
जब थक जाएगा चलते हुए तो,
निकाल लेगा कैमरा अपना और शुरू करेगा फोटो लेना।
जिससे कोई भाप ना पाए तेरी थकावट को,
चालू है तू बहुत , मैं जानती हूं, तेरे बहाने है वो।
मुस्कुराती शाम जब अपने रंगों के साथ इतराएगी,
जानती हूं, तू फिर flirt करेगा उससे और भूल जाएगा अपने आसपास को।
थामना चाहेगा तू उस सामा को फिर,
और practically मुझको "Blue Hour" का concept समझाएगा।
जानकर फिर नहीं सुनूंगी मैं तेरी बात,
क्योंकि कल भी तो मुझे यही सिखाएगा।
समझेगा तू मेरी सब शैतानियां,
फिर एक हंसी में सब उड़ा जाएगा।
बैठा रहेगा तू घंटों तक तू,
और ताकता रहेगा उन झिलमिल सितारों को।
पूछेगा उनसे, कहां है तेरा साथी- चांद
और बातों को आगे यूं ही बढ़ाएगा।
वही पहाड़ी के पीछे जब एक तेज किरण तुझको दिखेगी,
लगा लेगा तू अपना tripod और shutter स्पीड को सेट करेगा।
फिर किसी पत्थर से टिक तू अपनी आंखें बंद कर ,
मन ही मन मुस्काएगा।
यूं ही फिर घूमती हुई जब गलती से मैं, तेरे कैमरे के आगे आ जाऊंगी।
खराब कर दिया तुमने शॉट मेरा, ये तू झल्लाएगा।
सॉरी सॉरी बोलूंगी मैं तुझसे,
तु मुझको माफ कर , हंस फिर काम पर लग जाएगा।
रात यूं ही गुजरती रहेगी, हवा सर्द हो जाएगी।
कैप और जैकेट पहनेगा तू और मुझको भी वो थमाएगा।
बातें नहीं होंगी हम दोनों में पर, सब कुछ तू कह जाएगा।
समझ गई मैं तुझको, मेरे चेहरे पर वह भाव आएगा।
वही पीठ पीछे हमारे, अंगड़ाई लेता सूरज आएगा।
तू फिर थोड़ा निराश होगा शायद,
पर बाकी लोगों से अलग,
तू उसकी opposite पहाड़ी पर नजर लगाएगा।
रात से time-laps चल रहा होगा तेरा,
दूसरे कैमरे से तू सुबह को जगाएगा।
सूरज फिर चाहेगा तो उसको प्यार करें,
पर ना.. तू अपना सामान ले , good-bye बोल , रोज की तरह फिर चला जाएगा।
आज मेरे रस्ते अलग हुए हैं तुझसे,
पर यकीन है तू फिर कल मिलने आएगा..
--Mansi
©mansi_m
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