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UttarakhandDehradun › Makar Sankranti 2022: Ganga Snan Banned In Haridwar, 600 Vehicle Returned, See Photos

मकर संक्रांति पर पाबंदी: हरिद्वार बॉर्डर पर भारी भीड़, नारसन से 600 कार लौटाईं, 34 लोग मिले कोरोना पॉजिटिव, तस्वीरें
संवाद न्यूज एजेंसी, नारसन (रुड़की) Published by: Nirmala Suyal Nirmala Suyal Updated Thu, 13 Jan 2022 06:00 PM IST


makar sankranti 2022: ganga snan banned in haridwar, 600 vehicle returned, see photos

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- फोटो : अमर उजाला

मकर संक्रांति के स्नान पर्व पर रोक लगने के बाद भी नारसन बॉर्डर पर बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों का रेला उमड़ पड़ा। बॉर्डर पर भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस और आईटीबीपी का कड़ा पहा रहा। इस दौरान पुलिस ने बाहरी राज्यों से आने वाली छह सौ कारों को लौटा दिया। जबकि 3284 लोगों की कोरोना जांच हुई, जिसमें से 38 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिन्हें वापस भेजकर आइसोलेट होने के निर्देश दिए। वहीं, कोरोना जांच निगेटिव और रजिस्ट्रेशन कराने वालों को ही प्रवेश दिया गया।

कोरोना के बढ़ते केस देखते हुए शुक्रवार को मकर संक्रांति के स्नान पर्व पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। साथ ही जिले के सभी बॉर्डरों पर पुलिस के साथ आईटीबीपी को तैनात किया गया है। बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई गई है। जिसे देखते हुए गुरुवार की सुबह से ही नारसन बॉर्डर पर कड़ा पहरा रहा। हालांकि, सुबह चार बजे से दूसरे प्रदेशों से आने वालों का भारी रेला बॉर्डर पर उमड़ पड़ा। ऐसे में पुलिस के सख्ती दिखानी पड़ी। पुलिस ने उत्तराखंड के निवासियों को पहचान पत्र दिखाकर रजिस्ट्रेशन और कोरोना जांच करवाने वालों को ही प्रवेश दिया गया। जिससे बॉर्डर पर कारों की लंबी लाइन लग गई। हाईवे पर जाम के हालात बन गए।

इस बीच पुलिस ने बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को लौटा दिया। बॉर्डर से पुलिस ने बाहरी राज्यों से आने वाली 600 कारों को वापस कर दिया। रोडवेज बसों में सवार लोगों के भी पहचान पत्र चेक किए गए। इसके बाद ही उन्हें कोरोना जांच और रजिस्ट्रेशन कराने के बाद प्रवेश दिया गया।


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- फोटो : अमर उजाला
वहीं, संयुक्त जांच चौकी पर स्थित कोविड जांच केंद्र पर लगभग 3284 लोगों की कोरोना जांच की गई। जिसमें 34 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिन्हें उनके घरों पर आइसोलेट कर दिया गया। मंगलौर कार्यवाहक कोतवाली प्रभारी रफत अली ने बताया बाहरी राज्यों के लोगों पर पूरी तरह से पाबंदी है। किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। जबकि उत्तराखंड प्रदेश के लोगों को पहचान पत्र दिखाने के बाद रजिस्ट्रेशन और कोरोना जांच कराने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है।


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- फोटो : अमर उजाला
नारसन बॉर्डर पर सुबह से ही बाहरी राज्यों से आने वालों की भारी भीड़ रही। इस दौरान प्रवेश न मिलने पर लोग पुलिस से नोकझोंक करते रहे। बावजूद इसके पुलिस ने किसी भी सूरत में बाहरी राज्यों के लोगों को प्रवेश नहीं दिया। साथ ही हंगामा करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। जिसके बाद बाहरी राज्यों के लोगों को मायूस होकर लौटना पड़ा। वहीं, भारी भीड़ को देखते हुए बॉर्डर पर 20 आईटीबीपी के जवान तैनात किए गए हैं।


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- फोटो : अमर उजाला

मकर संक्रांति के गंगा स्नान पर पाबंदी के बाद पुलिस ने मंडावर और काली नदी चेकपोस्ट पर गुरुवार की सुबह सख्ती से चेकिंग की। इस दौरान पुलिस ने यूपी, पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों से आने वाले वाहनों को लौटा दिया। जबकि उत्तराखंड का पहचान पत्र दिखाने वालों को कोरोना जांच कराने के बाद ही प्रवेश दिया गया। इस दौरान काली नदी चेकपोस्ट से 35 और मंडावर चेकपोस्ट 51 वाहनों को लौटाया गया। इस दौरान पुलिस से कई यात्रियों की नोकझोंक भी हुई। बावजूद इसके पुलिस ने उन्हें लौटा दिया।


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- फोटो : अमर उजाला
मकर संक्रांति पर होने वाले स्नान को शासन प्रशासन की ओर से स्थगित करने के बाद क्षेत्र के यूपी बार्डरों पर पुलिस ने सख्त चेकिंग की। सुरक्षा की दृष्टि से बॉर्डरों पर भारी पुलिस बल और पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात रहे। खानपुर थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल ने बताया कि खानपुर पुरकाजी बॉर्डर और खानपुर मंडावर बार्डर पर पुलिस की ओर से सख्त चेकिंग की जा रही है। बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। गुरुवार को दोनों बार्डरों से 30 से अधिक वाहनों को लौटाया गया है। उत्तराखंड निवासी को पहचान पत्र दिखाने के साथ ही कोरोना जांच कराना अनिवार्य है। इसके बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है।


मकर संक्रांति पर पाबंदी: हरिद्वार बॉर्डर पर भारी भीड़, नारसन से 600 कार लौटाईं, 34 लोग मिले कोरोना पॉजिटिव, तस्वीरें
 
UttarakhandDehradun › Uttarakhand Weather Forecast: First Snow Fell In Mussoorie City Early Today, See Photos

Snowfall: मसूरी शहर में हुआ सीजन का पहला हिमपात, बर्फ की सफेद चादर से ढक गई पहाड़ों की रानी, तस्वीरें

संवाद न्यूज एजेंसी, मसूरी Published by: Nirmala Suyal Nirmala Suyal Updated Wed, 12 Jan 2022 07:21 PM IST

Uttarakhand Weather Forecast: first Snow fell in Mussoorie city early today, see photos

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- फोटो : अमर उजाला
आखिरकार इंद्रदेव की मेहरबानी मसूरी पर हो ही गई और शहर में सीजन का पहला हिमपात हो गया। शहर में बुधवार की सुबह पहले जमकर बारिश हुई, उसके बाद शहर में बर्फबारी शुरु हो गई और देखते ही देखते मसूरी में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई। उधर, शहर के सबसे उंचाई वाले स्थान लालटिब्बा में सीजन का तीसरा हिमपात होने से क्षेत्र में ठंड बढ़ गई। लंबे समय से मसूरी शहरवासी बर्फबारी का इंतजार कर रहे।

शहर में बर्फबारी होने से लोगों में उत्साह देखने को मिला। बर्फबारी से मसूरी में देवदार बांज, बुरांश के पेड़, पौधे बर्फ से लकदक हो गए। शहर में घरों पर कई घंटों तक बर्फ की चादर बिछी नजर आई। बर्फबारी की सूचना मिलते ही पर्यटक भी पहुंचे और जमकर बर्फ के साथ मस्ती करते नजर आए। रुड़की से आई पर्यटक रिया सैनी ने कहा कि पहली बार उन्होंने मसूरी आकर बर्फ देखी है। कहा कि बर्फ देखकर उनकी मुराद पूरी हो गई। मसूरी घूमने आना सफल हो गया।

वहीं मसूरी शहर में बर्फबारी के बाद फिर बारिश होने से बर्फ जल्दी पिघल गई। शहर के पर्यटन व्यवसायी भरत सिंह कुमाईं ने कहा कि शहर में बर्फबारी का इंतजार हो रहा था, आखिरकार शहर में सीजन का पहला हिमपात हो गया। मसूरी ट्रेडर्स अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि राजधानी देहरादून सहित आसपास के शहरों के पर्यटक बड़ी संख्या में मसूरी आए, लेकिन उनमें से अधिकांश पर्यटक घूमने के बाद वापस चले गए जिससे पर्यटन को कोई ज्यादा लाभ नहीं मिला।


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- फोटो : अमर उजाला
अधिकांश पर्यटक बुरांशखंडा घुमने पहुंचे। बुरांशखंडा में बर्फ देखने पहुंचे पर्यटकों को ट्रैफिक जाम का भी सामना करना पड़ रहा है। दिनभर ट्रैफिक जाम से पर्यटक जूझते नजर आए, लेकिन बर्फबारी को देखकर सैलानियों के उत्साह में कहीं कोई कमी नजर नहीं आई।



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नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि शहर में बारिश और बर्फबारी के बाद ठंड बढ़ गई है। बताया कि पालिका ने शहर के चौक चौराहों पर अलाव की पूरी व्यवस्था की है, साथ ही जरुरतमंद लोगों को कंबल भी वितरित किया जा रहा है। पालिका अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अलाव की व्यवस्था निरंतर बनी रहे।


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शहर में पिछले पांच दिनों से बारिश और बर्फबारी हो रही है, जिससे शहर में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। ठंड से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने बताया कि शहर में ठंड से निपटने के लिए पालिका ने पूरी व्यवस्था की है।



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- फोटो : अमर उजाला
शहर के 36 चौक चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है। साथ ही किंग्रेग के रैन बसेरे में कंबल देने की व्यवस्था की गई है। शहर में भारी बर्फबारी होने पर सड़क से बर्फ हटाने के लिए लोक निर्माण विभाग पालिका और प्राइवेट संस्थानों से तीन जेसीबी मशीन तैयार रखी गईं हैं।


Snowfall: मसूरी शहर में हुआ सीजन का पहला हिमपात, बर्फ की सफेद चादर से ढक गई पहाड़ों की रानी, तस्वीरें
 
UttarakhandDehradun › Coronavirus In Uttarakhand COVID-19 News Today 11 January: Positive Patients Update

उत्तराखंड: प्रदेश में फिर आया कोविड संक्रमण में उछाल, 24 घंटे में 2127 नए मामले, एक की मौत

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, देहरादून Published by: Nirmala Suyal Nirmala Suyal Updated Wed, 12 Jan 2022 02:45 PM IST

सार
प्रदेश में कोरोना के 2127 नए मामलों में सर्वाधिक देहरादून में 991, नैनीताल में 451 और हरिद्वार में 259 मामले शामिल हैं।


Coronavirus in Uttarakhand COVID-19 News today 11 january: positive patients update

- फोटो : अमर उजाला फाइल फोटो

विस्तार
दो दिन की राहत के बाद मंगलवार को फिर कोरोना के मामलों में जबर्दस्त उछाल दर्ज किया गया। 24 घंटे के भीतर प्रदेश में कोरोना के 2127 नए मामले सामने आए हैं, जबकि एक कोरोना संक्रमित की मौत हो गई। ताजा मामलों में सर्वाधिक 991 देहरादून के हैं।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी सूचना के मुताबिक, मंगलवार को प्रदेश में कोरोना के 2127 नए मामलों में सर्वाधिक देहरादून में 991, नैनीताल में 451 और हरिद्वार में 259 मामले शामिल हैं। इसके अलावा अल्मोड़ा में 43, बागेश्वर में चार, चमोली में 25, चंपावत में 26, पौड़ी में 48, पिथौरागढ़ में 30, रुद्रप्रयाग में 13, टिहरी में 35, ऊधमसिंह नगर में 189 और उत्तरकाशी में 13 नए मामले हैं। वहीं, राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती एक कोरोना संक्रमित मरीज की मृत्यु हो गई।


प्रदेश में एक्टिव केस छह हजार पार
अब प्रदेश में कोविड के 6603 एक्टिव केस हैं, जिनमें सर्वाधिक 2166 केस देहरादून के हैं। एक्टिव केस में नैनीताल के 1606, हरिद्वार के 1420, अल्मोड़ा के 121, बागेश्वर के 40, चमोली के 92, चंपावत के 98, पौड़ी के 151, पिथौरागढ़ में 145, रुद्रप्रयाग के 35, टिहरी के 75, ऊधमसिंह नगर के 623 और उत्तरकाशी के 31 मामले शामिल हैं।

72 हजार को दी वैक्सीन
प्रदेश में मंगलवार को 72 हजार 761 को कोविड से बचाव की वैक्सीन दी गई। अब तक प्रदेश में 82 लाख 68 हजार 758 को पहली डोज दी जा चुकी है। जबकि 66 लाख 34 हजार 277 को दोनों डोज दी जा चुकी हैं। अब तक प्रदेश में 29 हजार 784 लोगों को एहतियाती डोज दी जा चुकी है।

दून अस्पताल के सभी कर्मियों की 24 घंटे में हो जांच
दून समेत पूरे राज्य में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है। दून अस्पताल में बड़ी संख्या में विशेषज्ञ डॉक्टर, पैरामेडिकल और स्टाफ नर्स के कर्मचारी कोरोना संक्रमित होने के बाद सभी कर्मचारियों को 24 घंटे के भीतर आरटीपीसीआर जांच सुनिश्चित करने का आदेश दिए गए हैं।

राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने मेडिकल कॉलेज के सभी विभागाध्यक्षों, सीनियर रेजिडेंट के अलावा दून अस्पताल के सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों, स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल और कर्मचारियों को आदेश जारी किया है कि वे 24 घंटे के भीतर अपना आरटीपीसीआर जांच कराएं। ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि कौन विशेषज्ञ डॉक्टर, स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल और कर्मचारी कोरोना संक्रमित हैं। जो भी कोरोना संक्रमित हैं वे खुद को आइसोलेट करने के साथ ही अस्पताल में भर्ती होकर अपना इलाज कराएं।

कोरोना संक्रमण बढ़ने से अस्पतालों में मरीजों की जांच व इलाज करने वाले डॉक्टर, पैरामेडिकल और स्टाफ नर्स कर्मचारी भी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। जो डॉक्टर, कर्मचारी, पैरामेडिकल कोरोना संक्रमित हैं उनमें से ज्यादातर मरीजों में संक्रमण का कोई खास लक्षण नहीं दिखाई दे रहा है।

उत्तराखंड में ओमिक्रॉन को लेकर नई एसओपी जारी
प्रदेश में ओमिक्रॉन वायरस से बचाव और नियंत्रण को लेकर नई एसओपी जारी की गई है। इसके तहत चुनाव आयोग की चुनाव प्रचार संबंधी गाइडलाइंस को भी एसओपी का हिस्सा बना दिया गया है। प्रदेश में 16 जनवरी तक जनसभा, चुनावी रैली पर पूर्ण रोक रहेगी। यह रोक 15 जनवरी तक चुनाव आयोग ने लगाई हुई है जबकि राज्य सरकार पूर्व में ही इसे 16 जनवरी तक कर चुकी थी।

चुनाव आयोग की ओर से समीक्षा होने के बाद इस रोक पर आगे का फैसला लिया जाएगा। एसओपी के तहत, प्रदेश में नामांकन की प्रक्रिया से लेकर चुनाव प्रचार तक कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। ऑफलाइन नामांकन के दौरान प्रत्याशी के साथ केवल दो लोग ही नामांकन जमा कराने जा सकेंगे। इसी प्रकार, नामांकन के जुलूस में वाहनों की संख्या और उनके बीच की दूरी को लेकर भी गाइडलाइंस जारी की गई हैं।

चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत आयोग की टीम सभी नेताओं के कार्यक्रमों को लेकर अलग से मॉनिटरिंग कर रही है। अगर कहीं भी नियमों का उल्लंघन किया गया तो संबंधित नेता व दल के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

प्रदेश में डॉक्टरों व अस्पताल कार्मिकों की हड़ताल पर रोक
प्रदेश के अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों व कर्मचारियों की हड़ताल पर रोक लगा दी गई है। मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने इस संबंध में आदेश जारी किया। आदेश के मुताबिक, कोविड महामारी के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है कि 31 मार्च तक के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के सभी चिकित्सकों व कार्मिकों, राज्य के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में पीजी डॉक्टरों, कर्मचारियों की सेवाओं को अत्यावश्यक सेवा घोषित किया गया है। इसके तहत इन सभी की हड़ताल पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई है।

उत्तराखंड: प्रदेश में फिर आया कोविड संक्रमण में उछाल, 24 घंटे में 2127 नए मामले, एक की मौत
 
Haridwar › Disaster Rained On Farmers, Hail Fell On Aspirations
बारिश व तेज हवा से खेतों में बिछी गेहूं व सरसों की फसल

Dehradun Bureau

देहरादून ब्यूरो


Updated Wed, 12 Jan 2022 08:30 PM IST

बादशाहपुर में बारिश और ओलावृष्टि से गिरी फसल ।

बादशाहपुर में बारिश और ओलावृष्टि से गिरी फसल । - फोटो : HARIDWAR


क्षेत्र में मंगलवार रात को कई स्थानों पर तेज हवा के साथ बारिश और ओलावृष्टि से सरसों व गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। सरसों की फसल लगभग पक चुकी थी।

क्षेत्र में मिस्सरपुर, पंजनहेड़ी, अजीतपुर, जियापोता, किशनपुर, गाडोवाली, कटारपुर, चांदपुर, बिशनपुर, पुरानी कुंडी, फेरूपुर, धनपुरा, घिस्सूपुरा, पदार्था, शाहपुर, बादशाहपुर, शेरपुर, नई कुंडी, भट्टीपुर, नसीरपुरकलां, धारीवाला, टिकौला, हरसीवाला, रानीमाजरा, भुवापुर चमरावल, शिवगढ़, फुलगढ़, गोविंदगढ़, दुर्गागढ़, आदर्श टिहरी नगर, टिहरी डोब नगर, ऐथल, सुभाषगढ़, एकड़ कलां, एकड़ खुर्द, बहादरपुर जट, झाबरी, अम्बूवाला, सुखरासा, जसोद्दरपुर आदि स्थानों पर मंगलवार रात तेज हवा के साथ बारिश और ओलावृष्टि हुई है। सुनील धीमान, सुशील कुमार, मोहन सिंह, प्रमोद कुमार, चरण सिंह ने बताया कि सरसों की फसल पर ओला पड़ने से उसका दाना काला पड़ जाएगा। दूसरी ओर कृषि विभाग के बहादराबाद ब्लॉक अधिकारी बीर सिंह का कहना है कि कुछ स्थानों पर तेज हवा के साथ बारिश और ओलावृष्टि से सरसों की फसल का नुकसान होने की जानकारी मिली है।


आलू की फसल को गलन रोग, पत्ते पड़े पीले
पिछले चार दिन से लगातार हो रही बारिश के बाद आलू की फसल को नुकसान पहुंचने लगा है। खेतों में पानी भरने से गलन बढ़ गई और रोग लगने की आशंका बढ़ गई। आलू के पौधों का रंग पीला पड़ने लगा। आगे भी यदि मौसम ऐसा रहता है तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
पथरी क्षेत्र में रानीमाजरा,बिशनपुर, टिकौला आदि गांवोें के किसान आलू की खेती करते हैं। करीब दो महीने पहले किसानों ने आलू लगाया था। अब उसके पौधे काफी बड़े हो गए और फल भी लगने लगा। इस बीच बीते सप्ताह आठ जनवरी को पूरे प्रदेश के साथ जनपद में जमकर बारिश हुई। इसके बाद से लगातार बारिश हो रही है। बारिश के साथ हवा और बुधवार तड़के हुई ओलावृष्टि से सबसे ज्यादा नुकसान आलू की फसल को हुआ है। बारिश के पानी से खेत लबालब हो गए हैं। किसानों के मुताबिक पिछले हफ्ते की बारिश से आलू की पौध खराब होने लगी है। पत्ते पीले पड़ने से टूटकर गिरने लगे हैं। बारिश किसानों की मेहनत पर पानी फेर रही है। संवाद
- लगातार बारिश और ओलावृष्टि से फसल आलू की बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गई है। फसल का लागत मूल्य भी नहीं मिलेगा। नुकसान की भरपाई कैसे होगी, यहीं सोचकर परेशान हूं।

- किसान देशराज सैनी, रानीमाजरा
- खेतों में बारिश का पानी भरने से आलू के पौधे के पत्ते पीले पड़ने लगे हैं। आलू खराब होने और रोग लगने की आशंका बढ़ गई है। अब अगर बारिश और ओलावृष्टि हुई तो आलू की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगी।
- किसान सोमपाल, बिशनपुर
कर्ज लेकर खेत में आलू की फसल बोई है। लगातार बारिश से फसल बर्बाद हो रही है। राज्य में आचार संहिता लागू होने के कारण सरकार की ओर से फसल के नुकसान की कोई आर्थिक सहायता भी नहीं मिल सकती है। अब कर्ज की अदायगी कैसे होगी।
- किसान ब्रजपाल, बिशनपुर
- खेत की रात-दिन रखवाली कर आलू की फसल जैसे तैसे हाथियों से बचाई। बारिश और ओलावृष्टि ने फसल को बर्बाद कर मेहनत पर पानी फेर दिया है। फसल के नुकसान से काफी परेशान है।
- किसान ऋषिपाल चौहान, टिकौला
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लावृष्टि से आलू की फसल का नुकसान होने की जानकारी मिली है। क्षेत्र में जाकर आलू की फसल के नुकसान की जानकारी जुटाई जाएगी।
- बीर सिंह, बहादराबाद ब्लाक अधिकारी, कृषि विभाग
लाहड़पुर के किसान भी परेशान
लाहड़पुर गांव में आलू की खेती होती है। लगातार बारिश से आलू की फसल को गलने का खतरा बढ़ गया है। किसान यादराम सैनी ने बताया कि आलू अभी हरा हैं। खेतों में पानी भरने से आलू की ग्रोथ कम होगी। किसान ब्रह्मपाल सैनी ने बताया कि लगातार बारिश से खेतों में पानी भर रहा है। पानी निकालना पड़ रहा है, नहीं निकालेंगे तो आलू खराब हो जाएगा। राहुल सैनी ने बताया कि लगातार बारिश से आलू की फसल को नुकसान होने की आशंका है। लाहड़पुर के अरुण सैनी ने बताया कि आलू के खेतों में आलू की फसल 70 प्रतिशत तैयार है। ज्यादा नमी होने के कारण भी आलू की फसल काली पड़ जाती हैं। जिससे लागत मूल्य भी नही मिल पाएगा।

बारिश व तेज हवा से खेतों में बिछी गेहूं व सरसों की फसल
 
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चार दिन में चूड़धार में गिरी 12 फीट बर्फ, दुकानें व ढाबे दबे


Updated Tue, 11 Jan 2022 07:45 PM IST

चूड़धार में बर्फ के बीच दबे ढाबे व आश्रम।

चूड़धार में बर्फ के बीच दबे ढाबे व आश्रम। - फोटो : NAHAN


हरिपुरधार (सिरमौर)। जनपद सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर अबतक 12 फीट हिमपात हो चुका है। चूड़धार में चार दिन तक दिन-रात लगातार बर्फबारी हुई। इससे चूड़धार में सभी ढाबे और दुकानें बर्फ के नीचे पूरी तरह दब गए हैं। बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी है।

स्वामी कमलानंद गिरि के आश्रम में लगा सौर ऊर्जा सिस्टम भी भारी बर्फबारी के कारण बंद हो गया है। चूड़धार में अकेले रह रहे स्वामी कमलानंद से किसी का भी संपर्क नहीं हो पाया था। मंगलवार को स्वामी ने चूड़ेश्वर सेवा समिति के प्रबंधक बाबूराम शर्मा को खुद फोन करके बताया कि चूड़धार में चार दिन के भीतर ही इतनी बर्फबारी हुई है जितनी इससे पहले तीन महीनों के दौरान नहीं हुई।

स्वामी ने बताया कि चूड़धार में विद्युत आपूर्ति पिछले कई दिन से ठप है। वह सौर ऊर्जा सिस्टम से ही गुजारा कर रहे थे। भारी बर्फबारी के कारण सौर ऊर्जा सिस्टम ने भी काम करना बंद कर दिया है और वह पिछले तीन दिन से आश्रम में अंधेरे में ही रहने के लिए मजबूर हैं। स्वामी ने बाबूराम शर्मा को बताया कि चूड़धार में मार्च व अप्रैल महीने तक बर्फबारी होती है। पिछले चार दिन में ही 12 फीट बर्फ गिर चुकी है। अभी तीन महीने तक और बर्फबारी होने की संभावना है। यदि और भारी बर्फबारी होती है तो आश्रम के टूटने का भी खतरा है।
स्वामी ने बताया कि चूड़धार में सभी पेयजल योजनाएं नवंबर में ही ठंड के कारण जाम हो गई थी। चूड़धार में पिछले दो माह से पीने के पानी का गंभीर संकट बना हुआ है। बर्फ को पिघला कर उसके पानी को ही वह खाना बनाने, पीने व स्नान के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
......
आधा मंदिर बर्फ में दबा
स्वामी ने बताया कि चूड़धार में इतना भारी हिमपात हुआ है कि आधा मंदिर बर्फ में दब गया है। मंदिर के आसपास के सभी ढाबे व दुकानें बर्फ में दब गए हैं। उन्होंने बताया कि हालत ऐसे हो गए कि आश्रम से बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है।

चार दिन में चूड़धार में गिरी 12 फीट बर्फ, दुकानें व ढाबे दबे
 
Himachal Pradesh › Himachal Cabinet Meeting: To Increase Corona Restrictions, New Pay Scale Will Be Discussed

हिमाचल कैबिनेट बैठक: कोरोना बंदिशें बढ़ाने, नए पे स्केल पर होगी चर्चा

अमर उजाला ब्यूरो, शिमला Published by: Krishan Singh Updated Thu, 13 Jan 2022 05:57 PM IST

सार
राज्य सरकार शुक्रवार को कैबिनेट बैठक में बंदिशों के साथ वीक एंड कर्फ्यू या लॉकडाउन जैसे कड़े फैसले ले सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बंदिशें बढ़ाने की घोषणा कर सकते हैं। परिवहन निगम की बसों को 50 फीसदी ऑक्यूपेंसी के साथ चलाने पर भी मंथन होना हैं।

हिमाचल कैबिनेट बैठक(फाइल)

हिमाचल कैबिनेट बैठक(फाइल) - फोटो : अमर उजाला





विस्तार
हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों के चलते राज्य सरकार शुक्रवार को कैबिनेट बैठक में बंदिशों के साथ वीक एंड कर्फ्यू या लॉकडाउन जैसे कड़े फैसले ले सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बंदिशें बढ़ाने की घोषणा कर सकते हैं। परिवहन निगम की बसों को 50 फीसदी ऑक्यूपेंसी के साथ चलाने पर भी मंथन होना हैं। बाहरी राज्यों से हिमाचल आने वाले लोगों के लिए सरकार कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज अनिवार्य कर सकती है। स्वास्थ्य विभाग कैबिनेट की बैठक में कोरोना की वास्तविक स्थिति के बारे में प्रस्तुति देगा। बैठक में पिछले 10 दिन की कोरोना की स्थिति का ब्योरा रखा जाएगा। प्रदेश में महामारी तीन गुना रफ्तार से फैल रही है।


प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 6 हजार पार हो गई है। इधर स्वास्थ्य विभाग ने 20 हजार आइसोलेट किट तैयार की हैं। प्रदेश में इस समय 17 मरीजों की हालत ठीक नहीं है। सरकार ने डॉक्टरों, नर्सों और फार्मासिस्टों के तबादलों व समायोजनों पर फिर रोक लगाई है। स्वास्थ्य विभाग के छह हजार कर्मचारियों की फील्ड में तैनाती की है। वर्तमान में प्रदेश में 10 हजार सैंपलिंग रोजाना हो रही है। मुख्य सचिव लगातार कोरोना को लेकर जिला उपायुक्तों से फीडबैक ले रहे हैं। बताया गया कि ऑक्सीजन युक्त 11,000 बिस्तर तैयार कर लिए हैं। इनमें 1,080 आईसीयू बिस्तर शामिल हैं। कोरोना वार्ड में ऑक्सीजन लगाने और उतारने के लिए 1,400 स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है।


दिव्यांग व गर्भवती महिला कर्मचारी घर से ही करेंगे काम
वहीं राज्य सरकार ने दिव्यांग व्यक्ति और गर्भवती महिला कर्मचारियों को कार्यालय आने की छूट दे दी है। लेकिन उन्हें घर से काम करना आवश्यक है। इस संबंध में राज्य आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ की ओर से आदेश जारी किए गए हैं। कोरोना के मामलों को देखते हुए सरकार कार्यालय में 50 फीसदी स्टाफ क्षमता के साथ फाइव डे वीक की व्यवस्था को लागू किया है। अब सरकार ने दिव्यांग और गर्भवती महिला कर्मचारियों को कार्यालय न आने की छूट दे दी है।

 
Toxic Man Humiliates Waiter, Then Karma Severely Hits Him Back | DramatizeMe
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Premiered Jun 20, 2021


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An arrogant and toxic man humiliated the waiter and demanded he was fired. But what goes around comes around. Who was a waiter in real life? A what happened next? Watch. The video to find out!
 
The Ministry of Road Transport and Highways, Government of India has announced the observance of 30th Road Safety Week campaign from 11 January to 17 January 2022. The theme of the campaign this year is "Road Suraksha - Jeevan Raksha". As a rider all of you are requested to create maximum awareness among the people on road safety.
Road Safety Pledge, please register to follow the same
 
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